हिंसा में कोई मर्दानगी नहीं
नसीरुद्दीनरघुवीर सहाय की कविता ‘औरत की जिंदगी’ की कुछ पंक्तियां हैं- कई कोठरियां थीं कतार में/ उनमें किसी में एक औरत ले जाई गयी/ थोड़ी देर बाद उसका रोना सुनाई दिया/ उसी रोने से हमें जाननी थी एक पूरी...
View Articleमेरी ज़िंदगी का सिर्फ़ एक तिहाई हिस्सा ही मेरा है: जयललिता
जयललिता ने तमिलनाडु की पुरुष प्रधान राजनीति में अपनी जगह बनाई. अम्मा के रूप में राज्य की जनता के बीच लोकप्रिय हुईं. अंतरविरोधों से भरी अपनी राजनीति का आख़िरी चरण पूरा कर वे दुनिया छोड़ कर चली गई. आइये...
View Article90 प्रतिशत ग्रामीण अब्राह्मणों को भूल जाना पतन का कारण : डा. आंबेडकर
बाबा साहब डा. आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर उनका एक जरूरी व्याख्यान"मित्रों ,जहाँ तक मैंने अध्ययन किया है , मैं कह सकता हूँ कि मद्रास की अब्राह्मण-पार्टी का संगठन भारत के इतिहास की एक विशिष्ट घटना है....
View Articleतस्वीरों में बाबा साहब
तस्वीरों में बाबा साहेब .....बाबा साहब डॉक्टर भीम राव अंबेडकरअम्बेडकर की मुम्बई की कान्हेरी गुफाओं की सैर. तस्वीर 1952-53 की है.तस्वीर नेपाल की राजधानी काठमांडू में 20 नवम्बर 1956 को आयोजित 'बौद्ध...
View Articleस्वर्णलता ठन्ना की कविताएँ
स्वर्णलता ठन्ना युवा कवयित्री स्वर्णलता ठन्ना फिलहाल विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में शोधरत हैं . संपर्क :swrnlata@yahoo.in सजासमाज के ढकोसलोंउठते प्रश्नचिन्हों सेझुलसतीउठती उँगलियों कीनोंक पर स्वयं के...
View Articleपितृसत्तात्मक दृष्टिकोण और स्त्री की आजादी विशेष संदर्भ-मैत्रेयी की कहानी...
आदित्य कुमार गिरि शोधार्थी,कलकत्ता विश्वविद्यालय,ईमेल आईडी-adityakumargiri@gmail.com पुंसवादी समाज ने एक ऐसी व्यवस्था बनाई है जिसके तहत स्त्रियों को दूसरे दर्जे का प्राणी मान लिया गया है.वह निर्विवाद...
View Articleदलित स्त्रियों पर पुलिसिया बर्बरता का नाम है नीतीश सरकार
भागलपुर में विभिन्न मांगो के साथ जिला कलक्टर ऑफिस के सामने धरने पर बैठी महिलाओं पर पुलिस ने बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज किया तस्वीरों में बर्बरता की पूरी कहानी
View Articleअंजना वर्मा की कविताएँ
बची हुई लडकियाँ गर्भ के हत्यारों से बची हुई लडकियाँसहमी हुई देख रही हैं दुनिया कोकैसे वे बच पायेंगी ?आग और आघातों सेतेजाब की बरसातों सेदरिंदों के दाँतों से ?गर्भ से लेकर जीवन के आखिरी पडाव तकमौत...
View Articleमहिलाओं की राजनीतिक उपेक्षा : 33% में और कितनी देर
नेशनल फेडरेशन ऑफ़ इंडियन वीमेन ( एनएफआईडवल्यू) की महासचिव एनी राजा राजनीतिक पार्टियों से पूछ रही हैं कि और कितना समय लगेगा महिलाओं के लिए 33% महिला आरक्षण पास होने में. वे सवाल कर रही हैं कि राजनीतिक...
View Articleक्या महिला नेतृत्व की खोज की मुहीम में आप हमारे साथ शामिल होंगे?
आजादी के 70 साल बाद भी लोकसभामें आज तक महिलाओं की 12% भागीदारी ही संभव हो पाई है. विभिन्न राज्यों के विधान सभाओं में यह प्रतिशत और भी न के बराबर है. स्त्रीकाल महिला आरक्षण को जल्द से जल्द पारित करवाने...
View Articleमहिला अधिकार के क्षेत्र में पंडिता रमाबाई स्त्रीकाल सम्मान
स्त्रीवादी पत्रिका स्त्रीकाल ने साल 2017 से एक और सम्मान देने की योजना बनाई है. इसके पहले स्त्रीकाल ने 2014 में सावित्रीबाई फुले वैचारिकी सम्मान की शुरुआत की थी. 2015 में पहली बार यह सम्मान शर्मिला...
View Articleना कहने का अधिकार महिलाओं का सबसे बड़ा अधिकार: गोपाल गुरू
राजनीति और समाजशास्त्री प्रोफ़ेसर गोपाल गुरु बता रहे हैं कि आरक्षण अधिकार नहीं अवसर है. वे इस बात पर जोर दे रहे हैं कि महिलाओं के लिए 33% आरक्षण एक जरूरी अवसर है राजनीतिक भागीदारी के लिए . साथ ही...
View Articleवीरू सोनकर की कविताएँ
वीरू सोनकर कविता एवं कहानी लेखन, विभिन्न पत्र पत्रिकाओं व ब्लाग्स पर रचनाएं प्रकाशित . संपर्क :veeru_sonker@yahoo.com, 7275302077 बस एक दिक्कत हैसरकार,आपकी पुलिस एक बुलडोजर हैव्यवस्था के लिए नियम-कानून...
View Articleइश्क और आंदोलन का गवाह मेरा कमरा
निवेदिता पेशे से पत्रकार. सामाजिक सांस्कृतिक आंदोलनों में भी सक्रिय .एक कविता संग्रह ‘ जख्म जितने थे’. भी दर्ज कराई है. सम्पर्क : niveditashakeel@gamaiवर्जीनिया वूल्फ की किताब ‘ A Room of One's Own’...
View Article‘अन्तरजातीय विवाह से ही सामाजिक विषमता खत्म होगी’
प्रियंका सोनकर प्रियंका सोनकर असिस्टेन्ट प्रोफेसर दौलत राम कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय. priyankasonkar@yahoo.co.in जब देश में जातिवादी हमले आम हो जायें, जब एक विचारशील मनुष्य भी अपने विचारों को कुन्द...
View Articleझाँकती है देह आँखों के पार और अन्य कविताएं
सुजातालेखिका, आलोचक.चोखेरवाली ब्लॉग की संचालक, असिस्टेंट प्रोफ़ेसर,श्यामलाल कॉलेज,दिल्ली वि वि. संपर्क : ई-मेल : sujatatewatia@gmail.com झाँकती है देह आँखों के पारऔर...
View Articleस्त्री के सम्मान में पढ़ा गया फातिहा:‘काला जल' (पहली क़िस्त)
अरविंद जैन स्त्री पर यौन हिंसा और न्यायालयों एवम समाज की पुरुषवादी दृष्टि पर ऐडवोकेट अरविंद जैन ने मह्त्वपूर्ण काम किये हैं. उनकी किताब 'औरत होने की सजा'हिन्दी में स्त्रीवादी न्याय सिद्धांत की पहली और...
View Articleदेह दोहन का अधिकार! उर्फ ‘दास्ताने लापता’ : ( दूसरी क़िस्त कालाजल )
अरविंद जैन स्त्री पर यौन हिंसा और न्यायालयों एवम समाज की पुरुषवादी दृष्टि पर ऐडवोकेट अरविंद जैन ने मह्त्वपूर्ण काम किये हैं. उनकी किताब 'औरत होने की सजा'हिन्दी में स्त्रीवादी न्याय सिद्धांत की पहली और...
View Articleमहिलाओं , महान बनने के सपने देखो: डा.आंबेडकर
प्रो.परिमळा अंबेकरविभागाध्यक्ष , हिन्दी विभाग , गुलबर्गा वि वि, कर्नाटक में प्राध्यापिका और. परिमला आंबेकर मूलतः आलोचक हैं. हिन्दी में कहानियाँ अभी हाल से ही लिखना शुरू किया है. संपर्क:09480226677मैं...
View Articleसुनो आवारा लड़कियों और अन्य कविताएं
सीमा संगसारविभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में कविताएं प्रकाशित. सम्प्रति: शिक्षिका, बेगुसाराय, बिहार. संपर्क:sangsar.seema777@gmail.com1. सुनो आवारा लड़कियोंएफ एम रेडियो कीतेज धुन परमटकते हुएमुँह में कलम...
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