व्यस्तताओं और विवशताओं के बीच से गुजर कर ही राह जीवन की ओर मुड़ती है
रोहिणी अग्रवाल रोहिणी अग्रवाल स्त्रीवादी आलोचक हैं , महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर हैं . ई मेल- rohini1959@gmail.com (’पत्नी’ और ’उनकी व्यस्तता’ वाया रवींद्रनाथ टैगोर)’चूंकि उपन्यास का...
View Articleसखी तुम्हारा जाना मलय पवन का दह जाना है
सोनी पांडेय कवयित्री सोनी पांडेय साहित्यिक पत्रिका गाथांतर की संपादक हैं. संपर्क :dr.antimasoni@gmail.com आज तरंग सर के यहाँ से अभिनव कदम ले आईऔर खोलते ही एक युग भहरा कर यों गिरा की यादों की बस्ती में...
View Articleहवा सी बेचैन युवतियां ‘दलित स्त्रीवाद की कविताएं’
बेनजीररजनी तिलक को मै क्रांतिकारी कवयित्री के रूप में देखती हूँ. .इनकी कविताओं में जो बेबाक अभिव्यक्ति का स्वर है , वह अद्भुत है. पदचाप कविता संग्रह में ‘औरत औरत में अन्तर है’ 'भ्रूण हत्या ', जैसी...
View Articleदेह बनाम मन की स्वतंत्रता की कहानियाँ
भावना मासीवाल भावना मासीवाल महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय में शोध छात्रा हैं. संपर्क :bhawnasakura@gmail.com;कहानी का संसार कल्पना और यथार्थ के बीच चित्रित महीन तंतुओं से सृजित...
View Articleप्रेम अब भी एक सम्भावना है, ‘सैराट’
दिवस दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में शोधरत सिनेमा में गहरी रुचि. समकालीन जनमत में फ़िल्मों की समीक्षाएँ प्रकाशित. संपर्क : dkmr1989@gmail.com‘भारतीय सिनेमा का अधिकांश जो सर के बल उल्टा खड़ा है,...
View Articleदलित स्त्रीवाद : स्त्रीवाद और दलितवाद का विकास
बजरंग बिहारी तिवारी बजरंग बिहारी तिवारी हिंदी के प्रसिद्द आलोचक हैं। दलित मुद्दों पर इनकी प्रतिबद्धता जगजाहिर है और यही इनके आलोचकीय व्यक्तिव की खासियत भी है। सम्पर्क .९८६८२६१८९५सुनने में अटपटा भले...
View Articleअकथनीय का कथन - एक औरत की नोटबुक
शालिनी माथुर आलोचक. स्त्रीवादी आलोचना में सशक्त हस्तक्षेप. जो लेखिका पिछले पैंतालिस वर्षाे से निरन्तरलिख रही हो, जिसका लेखन स्तर अपनी स्तरीयता से कभी डिगा न हो, जिसकी कलम की धार समय के साथ-साथ पैनी...
View Articleकठमुल्लों को चेतावनी संघियों को इशारा : हाथ तोड़कर अल्लाह के भरोसे छोड़ देंगी...
काउंसिल ऑफ़ इस्लामिक आईडियोलॉजी (CII) की महिलासुरक्षा बिल में पतियों द्वारा पत्नियों की हल्की पिटाई की सिफारिश का सोशल मीडिया पर मुखर विरोध हो रहा है | पाकिस्तानी समेत अन्य देशों की महिलायें...
View Article'बरजी मैं काही की नाहिं रहूं' --- मीराबाई : हिंदी की पहली स्त्रीवादी : पहली...
रोहिणी अग्रवाल रोहिणी अग्रवाल स्त्रीवादी आलोचक हैं , महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर हैं . ई मेल- rohini1959@gmail.com साहित्य समाज का दर्पण है. जब वह युगीन यथार्थ को प्रतिबिंबित करता है तो...
View Articleफैंड्री : एक पत्थर जो हमारे सवर्ण जातिवादी दिलों में धंस गया है
पूजा सिंह पत्रकार. पिछले १० वर्षों में तहलका , शुक्रवार, आई ए एन एस में पत्रकारिता . संपर्क :aboutpooja@gmail.com यह टिप्पणी (मैं इसे समीक्षा नहीं कहूंगी) मराठीफिल्म ‘फैंड्री’ के बारे में है लेकिन इसकी...
View Articleमाई मैं तो लियो है सांवरिया मोल' --- मीराबाई : हिंदी की पहली स्त्रीवादी :...
रोहिणी अग्रवाल रोहिणी अग्रवाल स्त्रीवादी आलोचक हैं , महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर हैं . ई मेल- rohini1959@gmail.com हिंदी आलोचना प्रायः राणा को मीरा के देवरविक्रमजीत सिंह के रूप में चिन्हित...
View Articleअकेली कुहुक को जवाब मिले
गुंजन भाटिया वीगन, एनीमल राइट्स कार्यकर्ता। 'Living by loving ब्लॉग लिखती हैं। शिकागो में रहती हैं।. संपर्क :gunjan.bhatia@gmail.com विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष 20 अप्रैल 2016 - सुबह के चार बजे . यूकी...
View Article'तेरा कोई नहीं रोकणहारा, मगन होय मीरा चली'-मीराबाई : हिंदी की पहली स्त्रीवादी...
रोहिणी अग्रवाल रोहिणी अग्रवाल स्त्रीवादी आलोचक हैं , महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर हैं . ई मेल- rohini1959@gmail.com मीरा परमुखापेक्षी स्त्री का मिथक तोड़ कर स्वतंत्र निर्णय लेती नई स्त्री...
View Articleकोठागोई : किस्सों का अपना चुनाव
संजीव चंदनसबलोग के स्त्रीकाल कॉलम में प्रकाशित भारत में गणिकाओं, नगरवधुओं, वेश्याओं कापुराना इतिहास है. राम ने अपने भाई भरत को संबोधित करते हुए कहा कि वेश्याओं का साथ मनोरंजन का एक महत्वपूर्ण साधन है....
View Articleतो देख्यो है घूंघट पट खोल- मीराबाई : हिन्दी की पहली स्त्रीवादी : आख़िरी क़िस्त
रोहिणी अग्रवाल रोहिणी अग्रवाल स्त्रीवादी आलोचक हैं , महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर हैं . ई मेल- rohini1959@gmail.com मीरा उत्पीड़न का विरोध कर उन्मुक्त स्त्री का सपना देख सकती है, अपनी...
View Articleतो हत्यारे जीत जायेंगे....!
निवेदिता आज से 19 साल पहले चन्द्रशेखर मारागया था. 19 साल बाद सीवान फिर गहरे सदमें,दुख और गुस्से में है. पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या ने पुराने जख्मों को ताजा कर दिया. मेरी आंखों में वे दिन रिसने लगे...
View Article'मध्यरात्रि के बीच'और अन्य कविताएं ( कवयित्री इला कुमार)
इला कुमार इला कुमार का पहला कविता संग्रह 'जिद मछली की'है । 'किन्हीं रात्रियों में''ठहरा हुआ अहसास'और 'कार्तिक का पहला गुलाब''आज पूरे शहर पर'आदि अब तक ५ संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं. संपर्क : ई -मेल :...
View Articleइक्कीसवीं सदी का कचरा यानी टिक टिक करता टाइम बम
गरिमा भाटिया केमिकल इंजीनियरिंग में पी च डी. नेचर कंजर्वेशन फाउंडेशन में कार्यरत. प्रकृति से गहरा लगाव और फोटोग्राफी से भी. ई मेल- garima_bhatia@yahoo.comपिछले कुछ वर्षों से निश्चिरूप से पर्यावरण के...
View Articleस्त्री का समाज और समाज में स्त्री‘अकेली’
अल्पना मिश्र एसोसिएट प्रोफेसर, हिंदी विभाग, दिल्ली विश्वविद्यालयसंपर्क : alpana.mishra@yahoo.co.in वरिष्ठ लेखिका मन्नू भंडारी के जन्मदिन पर विशेष अलग -अलग समय की स्त्री रचनाकारों ने हमेशा मुझे यह देखने...
View Articleजातिवादी जड़ताओं के बरक्स एक प्रेम कहानी : पीली छतरी वाली लडकी
संजीव चंदन हिन्दी के बहुपठित कथाकार उदय प्रकाशकी कहानी ‘ पीली छतरी वाली लडकी’ जब पहली बार कथा मासिक हंस में प्रकाशित हुई , तो हिन्दी...
View Article