उस बलात्कारी की क्रूर हँसी को, क्षणिक ही सही, मैंने रोक दिया: प्रिया राज
लाल बाबू ललित उस बलात्कारी की क्रूर हँसी को, क्षणिक ही सही, मैंने रोक दिया. यह कहना है प्रिया राज का, जिसने कोर्ट परिसर में बच्चियों के बलात्कारी ब्रजेश ठाकुर के चेहरे पर कालिख पोत दी थी और परिसर की...
View Articleअटल इकहरे चरित्र के नहीं, जटिल चरित्र के थे
अंततः अटलबिहारी वाजपेयी नहीं रहे . यही होता है . जो भी आता है एक दिन जाता है ,वह चाहे राजा हो या रंक, या फकीर . अटलजी राजा भी थे और थोड़े फकीर भी . रंक वह कहीं से नहीं थे . वह राजनीति में थे ,उसके छल...
View Articleअटल निर्णयों में अटल नहीं रहे, किये वंचित समाज विरोधी फैसले भी
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को एक ओर भावभीनी श्रद्धांजलि दी जा रही है तो दूसरी ओर उनकी निर्मम आलोचना भी हो रही है. आलोचनाओं से आहत उनके प्रशंसक जहाँ आलोचकों पर हमलावर हैं इस ढाल के साथ कि...
View Articleप्रेम का आविष्कार करती औरतें और अन्य कविताएं (रोहित ठाकुर)
रोहित ठाकुर विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में कविताएं प्रकाशित संपर्क:7549191353प्रार्थना और प्रेम के बीच औरतें प्रार्थना करती औरतेंएकाग्र नहीं होतीवे लौटती है बार-बारअपने संसार मेंजहाँ वे प्रेम करती...
View Articleबिहार: असिस्टेंट प्रोफेसर की पिटाई मामले में किसी की नहीं हुई गिरफ्तारी, राजद...
स्त्रीकाल डेस्क महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के एक असिस्टेंट प्रोफेसर को अपने कुलपति के खिलाफ मुखरता के लिए हमले का शिकार बनाया गया. हमला करने वालों ने हालांकि तत्कालीन कारण बनाया पूर्व पीएम अटल...
View Articleवर्मा जी,शर्मा जी, रावत जी, सबके हैं संबंध बच्चियों के बलात्कार काण्ड से
स्त्रीकाल डेस्क इधर देश का ध्यान मीडिया ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की लम्बी बीमारी के बाद मृत्यु पर केन्द्रित कर रखा है उधर जैसे-जैसे सीबीआई की जांच आगे बढ़ रही है बिहार की बेटियों के जीवन...
View Articleकेरल का आपदा संकट, तंगदील मोदी सरकार और पीड़ितों को ट्रोल करते उत्साही हिन्दू
राजीव सुमन देश का एक राज्य केरल इस वक़्त बहुत बड़ीप्राकृतिक विपदा से जूझ रहा है. र्प्राकृतिक सौन्दर्य से लैस केरल आज सदी की सबसे बड़ी बाढ़ की तबाही का सामना कर रहा है. 100 साल में कभी ऐसी तबाही केरल में...
View Articleस्वराजशाला: राजनीति की रंगशाला
अश्विनी नांदेडकर और सायली पावसकर “मैं बदलाव हूँ..मैं मेरे देश का बदलाव हूँ, मैं मेरे देश की मालिक हूँ, मैं युवा हूँ.. इसी संकल्पना से शुरू हुई यूथ फार स्वराज आयोजित "थिएटर ऑफ रेलेवंस -...
View Articleसाम्प्रदायिक हिंसा से अलग तासीर है मॉब लींचिंग की
इरफान इंजीनियऱपिछले कुछ वर्षों में मॉब लिंचिंग (भीड़ द्वारा व्यक्ति या व्यक्तियों को पीट-पीटकर मार डालना) की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हुई है, विशेषकर भाजपा के दिल्ली में सत्ता में आने के बाद से गाय से...
View Articleएशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली महिला: विनेश फोगाट
स्त्रीकाल डेस्कजकार्ता: विनेश फोगाट ने सोमवार को 18वें एशियाई खेलों मेंभारत को कुश्ती में दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया। उन्होंने 50 किग्रा फ्रीस्टाइल फाइनल में जापान की इरी युकी को 6-2 से हराया। एशियाई...
View Articleवह भविष्य का नेता था लेकिन राजनीति ने उसे तुष्टिकरण में फंसा दिया (!)
लाल बाबू ललित परिस्थितिजन्य मजबूरियों के कारण राजनीति मेंपदार्पण को विवश हुआ वह शख्स अपनी मस्ती में अपनी बीवी, अपने बच्चों और अपने पेशे से संतुष्ट जिंदादिली से अपनी जिंदगी जिए जा रहा था। इंदिरा गाँधी...
View Articleगूगल का डूडल इस्मत चुगताई के नाम
स्त्रीकाल डेस्क उर्दू की मशहूर लेखिका इस्मत चुगताई की मंगलवार यानी 21 अगस्त को 107वीं जयंती है, इस मौके पर गूगल ने एक डूडल बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। इस्मत चुगताई ने अपनी रचनाओं के जरिए महिलाओं के...
View Articleनीतीश कुमार को कौन दे रहा धीमा जहर (!)
संजीव चंदननीतीश जीउम्मीद है मजे में होंगे, सत्ता मजे में ही रखती है! चाहे लाख बलाएँ आयें, राज्य में बेटियों से राज्य-संरक्षित बलात्कार हो रहा हो या महिलाएं नंगी की जा रही हों. हो तो बहुत कुछ रहा है,...
View Articleभारतीय लोक तंत्र मोदी को बदल देगा : कुलदीप नैयर
संजीव चंदन बातचीत, साथ में अरुण चतुर्वेदी आज वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर नहीं रहे, 95 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया. 2014 में मोदी सरकार के बनते ही राजनीतिक परिदृश्य पर उनसे बातचीत की थी...
View Articleजांच और एसपी के ट्रांसफर से असंतुष्ट कोर्ट ने सीबीआई को लताड़ा: मुजफ्फरपुर...
स्त्रीकाल डेस्कमुजफ्फरपुर के शेल्टर होम में बच्चियों से बलात्कार मामले मेंसीबीआई जांच की प्रगति से असंतुष्ट हाई कोर्ट ने आज सीबीआई को जमकर फटकार लगायी. बिहार सरकार ने आज इस मामले की सुनवाई को टालने की...
View Articleभीड़ का वहशीपन : धर्मोन्माद या इंसानी बर्बरता ?
नूर ज़हीर डायन के नाम पर, विच हंटिंग के नाम पर, सती के नाम पर, सम्मान के नाम पर महिलाएं पूरे ग्लोब पर मॉब लिंचिंग की शिकार होती रही हैं. कहीं कबीलाई कानूनों का संरक्षण है, तो कहीं धार्मिक उन्माद का या...
View Articleमंडल मसीहा को याद करते हुए
लेखक : प्रेमकुमार मणि25 अगस्त उस विन्ध्येश्वरी प्रसाद मंडल का जन्मदिनहै , जिनकी अध्यक्षता वाले आयोग के प्रस्तावित फलसफे को लेकर 1990 के आखिर में भारतीय राजनीति में एक भूचाल आया और उसने राजनीति की दशा...
View Articleबलात्कारी परिवेश में रक्षाबंधन पर एक बहन का नोट्स:
ज्योति प्रसादअपने समय से कट जाना बड़ा ही मुश्किल काम है. और जो लोग इस तरह से कट जाने में सफल रहते हैं वास्तव में वे लोग छल के सबसे करीब होते हैं.एक दिन धोखा खाते हैं. सारे भ्रम टूट भी जाते हैं. हमें...
View Articleअभिव्यक्ति के खतरे : क्या मोदी दूसरी इंदिरा होंगे!
अरविंद जैनआपातकालीन कार्यवाही में देश के जाने-माने बुद्धिजीवियों (लेखक-वकील-पत्रकार) की गिरफ्तारी के साथ अनेक आशंकाएँ और गंभीर सवाल आमने-सामने आ खड़े हुए हैं. क्या देश के करोड़ों गरीबों, दलितों, मजदूरों...
View Articleएशियाड में स्त्रीकाल: मर्दवादी रूढ़ियों को हराकर महिलाओं ने फहराये परचम
सुशील मानवमर्दवादी रुढ़ियों व आर्थिक-सामाजिक बाधाओं को पारकर भारतीय महिला खिलाड़ियों ने एशियाड के फलक पर दर्ज़ किया अपना नामइंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में संपन्न हुए 18वें एशियाई खेलों मेंभारत ने...
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