वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की अन्त्येष्टि बुधवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहर के चामराज पेट कब्रिस्तान में किया गया. पुलिस ने गौरी लंकेश को बंदूकों से सलामी दी तो वहीं इस दौरान हजारों लोगों ने अश्रुपूरित अंतिम विदाई दी. गौरी लंकेश लिंगायत समुदाय से आती हैं, जिसमें मृतक का दाह संस्कार नहीं किया जाता है उसे दफनाया जाता है.
उनके भाई इंद्रजीत ने कहा, "उनका पार्थिव शरीर लोगों के दर्शन के लिए समसा बायालु रंगमंदिरा (ओपन एयर थिएटर) में रखा जाएगा."उन्होंने बताया कि गौरी की इच्छानुसार उनकी आंखें दान कर दी गई हैं.
इस दौरान कर्नाटक के मुख्यमंत्रीसिद्धारमैया, गृहमंत्री रामलिंगा रेड्डी व अन्य नेता लंकेश को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए चामराज पेट पहुंचे. इससे पहले सीएम सिद्धारमैया ने जांच के लिए एसआईटी से कराने का आदेश दे चुके हैं. वहीं इस घटना के बाद पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, लेखकों, विचारकों, महिला संगठनों व दूसरे लोगों ने देश भर में जमा होकर निंदा की.
बता दें कि गौरी लंकेश की मंगलवार रात को बेंगलुरु में उनके आवास पर गोली मारकर हत्या कर दी गई. गौरी लंकेश को निशाना बनाकर 7 गोलियां मारी गई थीं. उनके शरीर पर 3 गोलियों के चोट के निशान मिले हैं. गौरी लंकेश को बदमाशों ने तब निशाना बनाया जब वह अपनी कार से उतरकर अपने घर का दरवाजा खोल रही थीं. इस घटना के बाद धरना प्रदर्शन और सियासत शुरू हो गई.
जहां एक तरफ बीजेपी ने इसे लेकरकांग्रेस सरकार और सीएम सिद्दारमैया को निशाने पर लिया है और कानून व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया है. बीजेपी नेता सदानंद गौड़ा ने सीबीआई जांच की मांग की है. तो वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी ने कहा जो कोई भी बीजेपी-आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ बोलता है उसे दबाया जाता है यहां तक कि मार डाला जाता है.
साभार: india.com
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